आईयें मिलकर मदद का हाथ बढ़ायें। Let's extend a helping hand together.
🚩जय जय राम कृष्ण हरि🚩
श्री विठ्ठल व रूकमिणी मंदिर कार्य समिती के कार्यकर्ता श्री विठ्ठल योगराज बानेकर जी ब्लड कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी से ग्रस्त पाये गये हैं। उनकी आय इतनी नहीं हैं कि वह अपने इलाज का वहन कर पायें। अतः आप सभी से अनुरोध हैं कि जितनी मदद आप कर सकते हैं, कृपया सहयोग देने की कृपा करें।
उनके इलाज पर औसतन 25000 से 30000 रूपये तक का खर्च प्रति माह आयेगा, जो की उनकी कुल मासिक आय का तीन गुणा हैं।
आईयें मिलकर मदद का हाथ बढ़ायें।
आप सीधा उनके एकाउंट में पैसे भेज सकते हैं उनका मोबाइल नंबर : +9199706 06263 हैं।
🚩जय जय राम कृष्ण हरि🚩
Mr. Vitthal Yograj Banekar, a worker of Shri Vitthal and Rukmini Mandir Karya Samiti, has been found to be suffering from a dangerous disease like blood cancer. His income is not enough to afford his treatment. Therefore, all of you are requested to help as much as you can, please kindly cooperate.
On an average, his treatment will cost Rs 25,000 to Rs 30,000 per month, which is three times his total monthly income.
Let's extend a helping hand together.
You can directly send money to his account through his mobile number is +9199706 06263.
🚩 Jai Jai Ram Krishna Hari 🚩
For Donation
For donation of Fund/ Food/ Clothes (New/ Used), for needy people specially leprosy patients' society and for the marriage of orphan girls, as they are totally depended on us.
For Donations, Our bank Details are as follows :
A/c - Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c. No - 200003513754 / IFSC - INDB0000036
IndusInd Bank Ltd, N - 10 / 11, Sec - 18, Noida - 201301,
Gautam Budh Nagar, Uttar Pradesh. INDIA.
बाबा के 11 वचन
ॐ साईं राम
1. जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा
2. चढ़े समाधी की सीढी पर, पैर तले दुःख की पीढ़ी कर
3. त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौडा आऊंगा
4. मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पूरी आस
5. मुझे सदा ही जीवत जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो
6. मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताए
7. जैसा भाव रहे जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मनका
8. भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा
9. आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर
10. मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया
11. धन्य-धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य
.....श्री सच्चिदानंद सदगुरू साईनाथ महाराज की जय.....
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः॒ स्वः॒
तत्स॑वितुर्वरे॑ण्यम्
भ॒र्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि।
धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त्॥
Word Meaning of the Gayatri Mantra
ॐ Aum = Brahma ;
भूर् bhoor = the earth;
भुवः bhuwah = bhuvarloka, the air (vaayu-maNdal)
स्वः swaha = svarga, heaven;
तत् tat = that ;
सवितुर् savitur = Sun, God;
वरेण्यम् varenyam = adopt(able), follow;
भर्गो bhargo = energy (sin destroying power);
देवस्य devasya = of the deity;
धीमहि dheemahi = meditate or imbibe
these first nine words describe the glory of Goddheemahi = may imbibe ; pertains to meditation
धियो dhiyo = mind, the intellect;
यो yo = Who (God);
नः nah = our ;
प्रचोदयात prachodayat = inspire, awaken!"
dhiyo yo naha prachodayat" is a prayer to God
भू:, भुव: और स्व: के उस वरण करने योग्य (सूर्य) देवता,,, की (बुराईयों का नाश करने वाली) शक्तियों (देवता की) का ध्यान करें (करते हैं),,, वह (जो) हमारी बुद्धि को प्रेरित/जाग्रत करे (करेगा/करता है)।
Simply :
तीनों लोकों के उस वरण करने योग्य देवता की शक्तियों का ध्यान करते हैं, वह हमारी बुद्धि को प्रेरित करे।
The God (Sun) of the Earth, Atmosphere and Space, who is to be followed, we meditate on his power, (may) He inspire(s) our intellect.