शिर्डी के साँई बाबा जी की समाधी और बूटी वाड़ा मंदिर में दर्शनों एंव आरतियों का समय....

"ॐ श्री साँई राम जी
समाधी मंदिर के रोज़ाना के कार्यक्रम

मंदिर के कपाट खुलने का समय प्रात: 4:00 बजे

कांकड़ आरती प्रात: 4:30 बजे

मंगल स्नान प्रात: 5:00 बजे
छोटी आरती प्रात: 5:40 बजे

दर्शन प्रारम्भ प्रात: 6:00 बजे
अभिषेक प्रात: 9:00 बजे
मध्यान आरती दोपहर: 12:00 बजे
धूप आरती साँयकाल: 5:45 बजे
शेज आरती रात्री काल: 10:30 बजे

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निर्देशित आरतियों के समय से आधा घंटा पह्ले से ले कर आधा घंटा बाद तक दर्शनों की कतारे रोक ली जाती है। यदि आप दर्शनों के लिये जा रहे है तो इन समयों को ध्यान में रखें।

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Monday, 30 April 2012

साईं का रूप बना के आया रे डमरू वाला

ॐ सांई राम

साईं का रूप बना के आया रे डमरू वाला
काशी को छोड़ के शिव ने शिर्डी में डेरा डाला


त्याग दिया त्रिशूल कमंडल हाथ में छड़ी उठा ली
ना जाने क्या सोच के झोली काँधे पे लटका ली
गंगा में विसर्जित कर दी शिव ने सर्पों की माला रे
 साईं का रूप बना के आया रे डमरू वाला

शिव है साईं साईं शिव है बात नहीं ये झूठी
भस्म है ये भोले शंकर की कहते हैं जिसको विभूति
जो मांगोगे दे देगा है शिव सा भोला भाला रे
साईं का रूप बना के आया रे डमरू वाला

साईं तपस्वी साईं योगी साईं है सन्यासी
घर घर में है वास उसी का वो है घाट घाट वासी
शिव शम्भू शम्भू जप ले या जप साईं की माला रे
साईं का रूप बना के आया रे डमरू वाला

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Sunday, 29 April 2012

रो रही अखियाँ मेरी तो साईं

ॐ सांई राम


रो रही अखियाँ मेरी तो साईं,
तुम तो न आये याद तुम्हारी आई


सूरज भी आये चंदा भी आये,
आसमा पे साईं तारे टिमटिमाये
एक तुम ही न आये साईं,
याद तुम्हारी आई

आई बसंत ये मन मुरझाया,
बरखा की बूंदों ने न भी न हर्षाया
बरखा भी आंसू बन के आई,
याद तुम्हारी आई

ईद दिवाली कैसे मनाऊं,
बिन साईं दीप मैं कैसे जलाऊं
याद में जलता हूँ साईं,
याद तुम्हारी आई

रो रही अखियाँ मेरी तो साईं,
तुम तो न आये याद तुम्हारी आई


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Saturday, 28 April 2012

ये माटी का पुतला इक दिन माटी में मिल जायेगा

ॐ साईं राम
राम साईं राम साईं राम साईं राम
शाम साईं शाम साईं शाम साईं शाम
भाग्यवान है मानव तुझको
सिमरन को जिह्वा है मिली
मन में जगा ले नाम की ज्योति
ये काया है मिटने चली
राम साईं राम साईं राम साईं राम
शाम साईं शाम साईं शाम साईं शाम

Friday, 27 April 2012

साईं नाम जप ले बन्दे तर जायेगा

ॐ सांई राम



साईं नाम साईं नाम जपता जा,
साईं राम साईं राम रटता जा
साईं नाम जप ले बन्दे तर जायेगा
टूट गयी गर डोर तो फिर पछतायेगा
माटी का चोला माटी बन जायेगा
बन जायेगा, बन जायेगा, बन जायेगा
टूट गयी गर डोर तो फिर पछतायेगा

Thursday, 26 April 2012

Shirdi Darshan

ॐ सांई राम
Shirdi - Sai BabaSamadhi Mandir
The Mandir is built with stones and Baba's Samadhi is built with white marble stones. A railing is built in marble around the Samadhi and is full of ornamental decorations. In front of the Samadhi are two silver pillars full of decorative designs. Just behind the Samadhi is Sai Baba's marvelous statue made of Italian marble which shows him seated on a throne. This idol was made by late Balaji Vasant.

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय-5


ॐ सांई राम

आप सभी को शिर्डी के साईं बाबा ग्रुप की और से साईं-वार की हार्दिक शुभ कामनाएं |
 
हम प्रत्येक साईं-वार के दिन आप के समक्ष बाबा जी की जीवनी पर आधारित श्री साईं सच्चित्र का एक अध्याय प्रस्तुत करने के लिए श्री साईं जी से अनुमति चाहते है |
 
हमें आशा है की हमारा यह कदम घर घर तक श्री साईं सच्चित्र का सन्देश पंहुचा कर हमें सुख और शान्ति का अनुभव करवाएगा| किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए हम सर्वप्रथम श्री साईं चरणों में क्षमा याचना करते है|

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय-5
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चाँद पाटील की बारात के साथ श्री साई बाबा का पुनः आगमन, अभिनंदन तथा श्री साई शब्द से सम्बोधन, अन्य संतों से भेंट, वेश-भूषा व नित्य कार्यक्रम, पादुकाओं की कथा, मोहिद्दीन के साथ कुश्ती, मोहिद्दीन का जीवन परिवर्तन, जल का तेल में रुपान्ततर, मिथ्या गरु जौहरअली ।
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जैसा गत अध्याय में कहा गया है, मैं अब श्री साई बाबा के शिरडी से अंतर्दृान होने के पश्चात् उनका शिरडी में पुनः किस प्रकार आगमन हुआ, इसका वर्णन करुँगा ।

Wednesday, 25 April 2012

Rubaroo- A inner story of a child, who developed without love of mother

ॐ सांई राम

मन के तार झूमने लगे सांई धुन को सुन।

ॐ सांई राम



यूँ ही एक दिन चलते-चलते सांई से हो गई मुलाकात।
 जब अचानक सांई सच्चरित्र की पाई एक सौगात।


 फिर सांई के विभिन्न रूपों के मिलने लगे उपहार।
 तब सांई ने बुलाया मुझको शिरडी भेज के तार।
 सांई सच्चरित्र ने मुझ पर अपना ऐसा जादू डाला।
 सांई नाम की दिन-रात मैं जपने लगा फिर माला।
 घर में गूँजने लगी हर वक्त सांई गान की धुन।
 मन के तार झूमने लगे सांई धुन को सुन।
 धीरे-धीरे सांई भक्ति का रंग गाढ़ा होने लगा।
 और सांई कथाओं की खुश्बूं में मन मेरा खोने लगा।
 सांई नाम के लिखे शब्दों पर मैं होने लगी फिदा।
 अब मेरे सांई को मुझसे कोई कर पाए गा ना जुदा।
 हर घङी मिलता रहे मुझे सांई का संतसंग।

 सांई मेरी ये साधना कभी ना होवे भंग।
 सांई चरणों में झुका रहे मेरा यह शीश।
 सांई मेरे प्राण हैं और सांई ही मेरे ईश।
 भेदभाव से दूर रहूँ,शुद्ध हो मेरे विचार।
 सांई ज्ञान की जीवन में बहती रहे ब्यार |

Tuesday, 24 April 2012

दया की चादर तन पे डाले

ॐ सांई राम


दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो,
दीन दुखी के मालिक तुम हो,
धरती पर वरदान हो,
दर्श दिखा के अब सुख देदो,
तुम जीवन हो प्राण हो...

दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो,
दीन दुखी के मालिक तुम हो,
धरती पर वरदान हो,
दर्श दिखा के अब सुख देदो,
तुम जीवन हो प्राण हो...

सांई तुम्हरा नाम मन्त्र है,
रिद्दि सिद्दि है दोनो साथ,
नहीं जगत में जिसका कोई,
उसके स्वामी उसके नाथ...

अंधकार में तुम दीपक हो,
अंधकार में तुम दीपक हो,
गीत का तुम ञान हो...

दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो,
दीन दुखी के मालिक तुम हो,
धरती पर वरदान हो,
दर्श दिखा के अब सुख देदो,
तुम जीवन हो प्राण हो...

हर दिल की दौलत तुम सांई,
सब के दिल में तुम हो रहते,
भक्तों की रक्षा करते हो,
खुद सारी पीङा हो सहते...

फटा है चौला तन का बाबा,
फटा है चौला तन का बाबा,
फिर भी तुम धनवान हो...

दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो,
दीन दुखी के मालिक तुम हो,
धरती पर वरदान हो,
दर्श दिखा के अब सुख देदो,
तुम जीवन हो प्राण हो...

दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो...

सब की मंज़िल तुम हो बाबा,
सब को मंज़िल तुम देते हो,
जो जिसने जब भी मांगा है,
भर भर अंजल तुम देते हो...

चरण तुम्हारे नारायण है,
चरण तुम्हारे नारायण है,
तुम रत्नों की खान हो...

दया की चादर तन पे डाले,
सांई तुम भगवान हो,
भक्तों की तुम शान हो,
तुम गीता हो कुराण हो...


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Monday, 23 April 2012

भोला है सांई बाबा भोला है सांई

ॐ सांई राम



भोला है सांई बाबा भोला है सांई
तुमसा कोई ना दाता तू ही जग का सुखदाता
तुमने ही सारे जग की बिगड़ी सँवारी
भोला है सांई बाबा भोला है सांई


जाकर शिरडी विराजै खन खन खन चिमटा बाजै
सिर पर है मुकुट विराजै अंग पर है कुर्ता राजै
संग में संगत विराजै शोभा है न्यारी
भोला है सांई बाबा भोला है सांई

भक्तों के दुख निवारे पल में सब काज सँवारे
सांई है भोला भाला सांई जग से निराला
लेकर कर चिमटा चल ये संगत है प्यारी
भोला है सांई बाबा भोला है सांई

कितना भी हो कोई पापी कितना भी हो परतापी
तुमने ना अन्तर की माँ जिसने जो माँगा दीन्हा
लेकर विभूति चलिये बाबा द्वारी
भोला है सांई बाबा भोला है सांई
तुमसा कोई ना दाता तू ही जग का सुखदाता
तुमने ही सारे जग की बिगड़ी सँवारी
भोला है सांई बाबा भोला है सांई

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Sunday, 22 April 2012

भज ले मन में साई परम मंगल साई

ॐ सांई राम

भज ले मन में साई परम मंगल साई
साई राम साई श्याम साई राम साई श्याम साई राम,
भज ले मन में साई परम मंगल साई ,
शुभ का संकेत जग में साश्वत एक ही मेरे साई राम
साई राम साई श्याम.......


युगों युगों के बाद कलयुग में तेरा अवतार यह ,
स्वामी दत्तात्रेय दिगंबर साई साक्षातकार यह
जग में हर जाती धरम का तुझ को ही करता परनाम
शुभ का संकेत जग में साश्वत एक ही मेरे साई राम ...
साई राम साई श्याम ॥

तेरे आगे बूँद है हम तू तो ज्ञान का सागर
हम है मिटटी और कंकर मोतियों की तू गागर
सारे जग में मेरे साई जैसा न कोई समान
शुभ का संकेत जग में....

साई सांसों की है धड़कन साई ही बस मेरे तन मन
साई धन दौलत इमां साई को जीवन है अर्पण
साई दे सुख शान्ति मन को साई दे आराम
शुभ का संकेत जग में साश्वत ....

तू ही ब्रह्मा तू ही विष्णु तू ही शिव मलहारी
तू ही चालक तू ही पालक तू ही तो संधारी
अखिल श्रृष्टि के चराचर में बसे मेरे साई श्याम
शुभ का संकेत जग में साश्वत ...

दे हमें कुछ ऐसी दृष्टि जिससे हम तुझे देख ले
तेरे आशिर वचन से हम ज्ञान थोड़ा बाँट ले
आयें है इस जग में तो कुछ पुण्य का करते है
शुभ का संकेत जग में साश्वत ......


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Saturday, 21 April 2012

Shani Amavasya and its beliefs for 2012

ॐ सांई राम

Shani Amavasya and its beliefs for 2012

Shani amavasya is the day when amavasya falls on Saturday or shanivar. Some of the Hindu communities consider amavasya as an inauspicious event and if the amavasya falls on Saturday, it is considered even more inauspicious. The Hindu communities who follow the solar calendar consider amavasya as a very auspicious day. On the day of shani amavasya, they worship shani dev, who is the supreme god for bringing in fortune.

Friday, 20 April 2012

जप ले मन एक नाम साईराम साईराम

ॐ सांई राम
जप ले मन एक नाम साईराम साईराम
शत शत तुझको प्रणाम साईराम साईराम
साईराम साईराम नित्य कहो साईराम


मंत्र एक सत्यकाम साईराम साईराम
जप ले मन एक नाम साईराम साईराम

मन की अभिलाष यही वाणी तेरी सुने
आँखों की प्यास यही दर्शन तेरा मिले
सांसो में तेरे नाम का गुंजन रहे
यही अर्ज सुबह शाम साईराम साईराम
जप ले मन एक नाम साईराम साईराम

तुझ से जो भी मिला वोह तेरा ही भक्त बना
तेरी लीलाओं से शिर्डी भी तीर्थ बना
जिसके कण कण में बसा तेरा ही मधुर नाम
वही नाम शान्ति धाम साईराम साईराम
जप ले मन एक नाम साईराम साईराम

नाम की लीला अपार नाम की महिमा अन्नंत
निस दिन जो नाम जपे दुखो का होवे अंत
सबने ही स्वीकारा हों फ़कीर चाहे संत
सभी लेत वही नाम साईराम साईराम

जप ले मन एक नाम साईराम साईराम
शत शत तुझको प्रणाम साईराम साईराम
साईराम साईराम नित्य कहो साईराम
मंत्र एक सत्यकाम
साईराम साईराम

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जन्नत श्री गुरु के चरणों में है तो इसका कब और कैसे अनुभव होता है?

ॐ सांई राम

जन्नत श्री गुरु के चरणों में है तो इसका कब और कैसे अनुभव होता है?

श्री गुरु के जीवनकाल में उनके चरणों की पूजा करना, पाद-सेवन करना नवधा भक्ति में से एक भक्ति भाव है! श्री गुरु के समाधि लेने के पश्चात् उनके चरणों का ध्यान किया जा सकता है ! केवल चरणों का ही नहीं, बाबा के अनुसार "चरणों से सर तक, और सर से चरणों तक का ध्यान करना चाहिए" गुरु-चरणों को मन में रखने का अभिप्राय हमारे दास-भाव, से है! यहाँ हम समभाव, बंधू-भाव नहीं रखते, बल्कि दास भाव रखते है, चरण पूजा का मतलब है - दास भाव, मतलब गुरु के वचनों का अनुसरण और बिना पूछे उनके आदेशो का पालन करना!



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Thursday, 19 April 2012

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय 4



ॐ सांई राम

आप सभी को शिर्डी के साईं बाबा ग्रुप की और से साईं-वार की हार्दिक शुभ कामनाएं |
 
हम प्रत्येक साईं-वार के दिन आप के समक्ष बाबा जी की जीवनी पर आधारित श्री साईं सच्चित्र का एक अध्याय प्रस्तुत करने के लिए श्री साईं जी से अनुमति चाहते है |
 
हमें आशा है की हमारा यह कदम घर घर तक श्री साईं सच्चित्र का सन्देश पंहुचा कर हमें सुख और शान्ति का अनुभव करवाएगा| किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए हम सर्वप्रथम श्री साईं चरणों में क्षमा याचना करते है|

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय 4
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श्री साई बाबा का शिरडी में प्रथम आगमन
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सन्तों का अवतार कार्य, पवित्र तीर्थ शिरडी, श्री साई बाबा का व्यक्तित्व, गौली बुवा का अनुभव, श्री विटठल का प्रगट होना, क्षीरसागर की कथा, दासगणु का प्रयाग – स्नान, श्री साई बाबा का शिरडी में प्रथम आगमन, तीन वाडे़ ।

Wednesday, 18 April 2012

तेरी शिर्डी में चले आए है साई बाबा

ॐ सांई राम

तेरी शिर्डी में चले आए है साई बाबा
अपने दरबार में थोडी सी जगह तो दे दे

Tuesday, 17 April 2012

कौन आता है शिरडी मेरे लिये


ॐ सांई राम




कौन आता है शिरडी मेरे लिये,
सभी आते यहां पे अपने लिये,
कौन करता किसी के लिये,
सब ही कहते है सांई मेरे लिये.


कौन आता है शिरडी मेरे लिये
सभी आते यहां पे अपने लिये..

मेरे दिल में है उनकी चाहत भरी,
जो सब ही के काम आता है,
मुझे उनसे भी शिकवा नहीं है कोई,
मागते है जो खुशिया अपने लिये,
और करता नहीं कुछ भी रब के लिये.

कौन आता है शिरडी मेरे लिये
सभी आते यहां पे अपने लिये..

मैं तो खुद एक फकीर हूँ तुमहे क्या मैं दूँ,
फकीरी की मस्ती में रमता रहूँ,
मैं तो बन्दा हूँ उनका मैं किससे कहूँ,
अल्ल्हा मालिक के कहने से करता रहूं,
भला हो सब ही का ये है चाहत मेरी,
ऐसे भक्तों की झोली मैं भरता रहूं.

कौन आता है शिरडी मेरे लिये
सभी आते यहां पे अपने लिये..

सुन लेता हूँ मैं भी सभी की कही,
भले हो बुरे हो या जो कोई,
सब के रंज़ो सितम भी सहूं,
और मौला से मेरी मैं कहता रहूं,
भर दे झोली तूं उनकी मेरे नाम से,
और गुनाह को तूं उनके ज़रा बक्श दे.

कौन आता है शिरडी मेरे लिये
सभी आते यहां पे अपने लिये..



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Monday, 16 April 2012

किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला

ॐ सांई राम

किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला
जाकि जैसी भक्ति बाबा वैसा ही रंग डाला
रंग डाला सांई ने रंग डाला

किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला
जाकि जैसी भक्ति बाबा वैसा ही रंग डाला
रंग डाला सांई ने रंग डाला
किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला

तेरे कितने रुप है देवा जिसने की जैसी सेवा
कोई जल और फूल चढ़ाता, कोई चढ़ाये मिश्री मेवा
किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला
जाकि जैसी भक्ति बाबा वैसा ही रंग डाला
रंग डाला सांई ने रंग डाला
किसी का राम किसी का श्याम किसी का

कहीं बिराजे तू सोने पर, कहीं साँई बैठा पत्थर पर
जाकी जैसी कुटिया बाबा वैसा ही पग डाला
किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला
जाकि जैसी भक्ति बाबा वैसा ही रंग डाला
रंग डाला सांई ने रंग डाला
किसी का राम किसी का श्याम किसी का


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Sunday, 15 April 2012

नैना नीर बहाएं हैं

ॐ सांई राम

नैना नीर बहाएं साईं नैना नीर बहाएं हैं
तेरे पावन दर्शन पाएं
तेरे पावन दर्शन पाएं
पागल खुशी मनाएं हैं
नैना नीर बहाएं साईं नैना नीर बहाएं हैं

Saturday, 14 April 2012

Om Sai Ram to all...


ॐ सांई राम

Om Sai Ram ji to all...

All Shree Sai devotees are requested to stop supporting people, who are adding their name, site name, trade mark etc. over Baba's face or bady we can not put anything before or upon Baba, all are requested to put their name, site name, trade mark etc. besides Baba's ROOP.

Om Sai Ram..

My intansion is to bring Baba's true devotees together and if you feel I am wrong then your thinking could be commercial only.

And if you liked my view, please share with all...

Om Sai Ram to all..

तन में राम मन में राम

ॐ सांई राम

तन में राम मन में राम रोम रोम में समाया
ओ सांई नाथ अनमोल खजाना जिन चाहा तिन पाया
तन में राम मन में राम रोम रोम में समाया

Om Sai Ram to all..

Dhan, kapde, bhoodaan per
Chaahe kare vichaar
Ann daan avsar mile
Mat karna inkaar..

Dopahri ki dhoop mein
Atithi aaye dwaar
Bhojan unko de pratham
Aur kare satkaar..

Abhinandan unka kare
Bhojan prem karaye
Atithi jitna khayenge
Kayi guna tu paaye..

www.shirdikesaibabagroup.com

Friday, 13 April 2012

बँगलिया मेरी एसी बनवइयौ सांई नाथ

ॐ सांई राम

बँगलिया मेरी एसी बनवइयौ सांई नाथ
जिसमें सारी उमर कट जाय जिसमें सारा बुढ़ापा कट जाय
बँगलिया मेरी एसी बनवइयौ सांई नाथ

Thursday, 12 April 2012

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय 3


ॐ सांई राम
आप सभी को शिर्डी के साईं बाबा ग्रुप की और से साईं-वार की हार्दिक शुभ कामनाएं |
हम प्रत्येक साईं-वार के दिन आप के समक्ष बाबा जी की जीवनी पर आधारित श्री साईं सच्चित्र का एक अध्याय प्रस्तुत करने के लिए श्री साईं जी से अनुमति चाहते है |
हमें आशा है की हमारा यह कदम घर घर तक श्री साईं सच्चित्र का सन्देश पंहुचा कर हमें सुख और शान्ति का अनुभव करवाएगा| किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए हम सर्वप्रथम श्री साईं चरणों में क्षमा याचना करते है|


श्री साई सच्चरित्र - अध्याय 3
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श्री साईंबाबा की स्वीकृति, आज्ञा और प्रतीज्ञा, भक्तों को कार्य समर्पण, बाबा की लीलाएँ ज्योतिस्तंभ स्वरुप, मातृप्रेम–रोहिला की कथा, उनके मधुर अमृतोपदेश ।
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श्री साईंबाबा की स्वीकृति और वचन देना
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सच्चा शब्द

ॐ सांई राम



सच्चा शब्द


शब्द की बाते करते है ज्ञानी,
शब्द का ध्यान करते है मुनि,
सच्चा शब्द उसे ही समझो,
गुरुमुख से निकली जो वाणी !

Wednesday, 11 April 2012

चरणकमलों में थोड़ी जगह दो

ॐ सांई राम



साईं बाबा हमें आसरा दो
चरणकमलों में थोड़ी जगह दो

Tuesday, 10 April 2012

भावना की जोत को जगा के देख लो

ॐ सांई राम


भावना की जोत को जगा के देख लो जगा के देख लो

Monday, 9 April 2012

श्री साई अष्टोत्तरशत नामावलि

ॐ सांई राम

 श्री साई अष्टोत्तरशत नामावलि (Lord Saibaba Ashottarams)

 

ॐ श्री सच्चिदानंद सदगुरु साईनाथाय महाराज  की जय

 

1. ॐ श्री साई नाथाय नमः
2. ॐ श्री साई लक्ष्मीनारायनाय नमः
3. ॐ श्री साई कृष्णरामशिव मारुत्यादिरुपाय नमः
4. ॐ श्री साई शेषशायिने नमः
5. ॐ श्री साई गोदावरीतट शीलधीवासिने नमः
6. ॐ श्री साई भक्तहृदालयाय नमः
7. ॐ श्री साईं सर्वहन्नीललाय नमः
8. ॐ श्री साई भूतवासाय नमः
9. ॐ श्री साई भूतभविष्यदभाववार्जिताय नमः
10. ॐ श्री साई कालातीताय नमः
11. ॐ श्री साई कालाय नमः
12. ॐ श्री साई कालकालाय नमः
13. ॐ श्री साई कालदर्पदमनाय नमः
14. ॐ श्री साई मृत्युंजय नमः
15. ॐ श्री साई अमर्त्याय नमः
16. ॐ श्री साई मत्यभयप्रदाय नमः
17. ॐ श्री साई जीवाधाराय नमः
18. ॐ श्री साई सर्वाधाराय नमः
19. ॐ श्री साई भक्तावनसमर्थाय नमः
20. ॐ श्री साई भक्तावन प्रतिज्ञान नमः
21. ॐ श्री साई अन्नवस्त्रदाय नमः
22. ॐ श्री साई आरोग्यक्षेमदाय नमः
23. ॐ श्री साई धनमांगल्यप्रदाय नमः
24. ॐ श्री साई रिद्धिसिद्धिदाय नमः
25. ॐ श्री साई पुत्रमित्रकलबन्धुदाय नमः
26. ॐ श्री साई योगक्षेमवहाय नमः
27. ॐ श्री साई आपद् बान्धवाय नमः
28. ॐ श्री साई मार्गबन्धवे नमः
29. ॐ श्री साई भुक्तिमुक्ति स्वर्गापवर्गदाय नमः
30. ॐ श्री साई प्रियाय नमः
31. ॐ श्री साई प्रीति वर्धनाय नमः
32. ॐ श्री साई अंतर्यामिने नमः
33. ॐ श्री साई सच्चिदात्मने नमः
34. ॐ श्री साई नित्यानंदाय नमः
35. ॐ श्री साई परमसुखदाय नमः
36. ॐ श्री साई परमेश्वराय नमः
37. ॐ श्री साई परब्रह्मणे नमः
38. ॐ श्री साई परमात्मने नमः
39. ॐ श्री साई ज्ञानस्वरूपिणे नमः
40. ॐ श्री साई जगतपित्रे नमः
41. ॐ श्री साई भक्तानां मात्रुधात्रूपितामहाय नमः
42. ॐ श्री साई भक्ताभयप्रदाय नमः
43. ॐ श्री साई भक्तपराधीनाय नमः
44. ॐ श्री साई भक्तानुग्रहकातराय नमः
45. ॐ श्री साई शरणागतवत्सलाय नमः
46. ॐ श्री साई भक्तिशक्तिप्रदाय नमः
47. ॐ श्री साई ज्ञानवैराग्यदाय नमः
48. ॐ श्री साई प्रेमप्रदाय नमः
49. ॐ श्री साई संशय ह्रदय दौर्बल्य पापकर्म नमः
50. ॐ श्री साई ह्रदयग्रंथिभेदकाय नमः
51. ॐ श्री साई कर्मध्वंसिने नमः
52. ॐ श्री साई शुद्ध सत्वस्थिताय नमः
53. ॐ श्री साई गुणातीत गुणात्मने नमः
54. ॐ श्री साई अनंत कल्याणगुणाय नमः
55. ॐ श्री साई अमितपराक्रमाय नमः
56. ॐ श्री साई जयिने नमः
57. ॐ श्री साई दुर्धर्षाक्षोभ्याय नमः
58. ॐ श्री साई अपराजिताय नमः
59. ॐ श्री साई त्रिलोकेशु अविघातगतये नमः
60. ॐ श्री साईं अशक्यरहिताय नमः
61. ॐ श्री साईं सर्वशक्तिमुर्तये नमः
62. ॐ श्री साईं सुरूपसुन्दराय नमः
63. ॐ श्री साईं सुलोचनाय नमः
64. ॐ श्री साईं बहुरूपविश्वमुर्तये नमः
65. ॐ श्री साईं अरूपाव्यक्ताय नमः
66. ॐ श्री साईं अचिन्त्याय नमः
67. ॐ श्री साईं सूक्ष्माय नमः
68. ॐ श्री साईं सर्वन्तार्यामिने नमः
69. ॐ श्री साईं मनोवागतीताय नमः
70. ॐ श्री साईं प्रेममूर्तये नमः
71. ॐ श्री साईं सुलभदुर्लभाय नमः
72. ॐ श्री साईं असहायसहायाय नमः
73. ॐ श्री साईं अनाथनाथदीनबन्धवे नमः
74. ॐ श्री साईं सर्वभारभ्रुते नमः
75. ॐ श्री साईं अकर्मानेककर्मसुकर्मिने नमः
76. ॐ श्री साईं पुण्यश्रवणकीर्तनाय नमः
77. ॐ श्री साईं तीर्थाय नमः
78. ॐ श्री साईं वासुदेवाय नमः
79. ॐ श्री साईं सतांगतये नमः
80. ॐ श्री साईं सत्परायनाय नमः
81. ॐ श्री साईं लोकनाथाय नमः
82. ॐ श्री साईं पावनान्घाय नमः
83. ॐ श्री साईं अम्रुतांशवे नमः
84. ॐ श्री साईं भास्करप्रभाय नमः
85. ॐ श्री साईं ब्रह्मचर्य तपश्चर्यादि सुव्रताय नमः
86. ॐ श्री साईं सत्यधर्मंपरायनाय नमः
87. ॐ श्री साईं सिद्धेश्वराय नमः
88. ॐ श्री साईं सिद्धसंकल्पाय नमः
89. ॐ श्री साईं योगेश्वराय नमः
90. ॐ श्री साईं भगवते नमः
91. ॐ श्री साईं भक्तवत्सलाय नमः
92. ॐ श्री साईं सत्पुरुषाय नमः
93. ॐ श्री साईं पुरुषोत्तमाय नमः
94. ॐ श्री साईं सत्यतत्त्वबोधकाय नमः
95. ॐ श्री साईं कामदिषड्वैरिध्वंसिने नमः
96. ॐ श्री साईं अभेदानंदानुभवप्रदाय नमः
97. ॐ श्री साईं समसर्वमतसमताय नमः
98. ॐ श्री साईं दक्षिणामूर्तये नमः
99. ॐ श्री साईं वेन्कतेशरमनाय नमः
100. ॐ श्री साईं अदभुतानन्तचर्याय नमः
101. ॐ श्री साईं प्रपन्नार्तिहराय नमः
102. ॐ श्री साईं संसारसर्वदुःखक्षयकराय नमः
103. ॐ श्री साईं सर्ववित्सर्वतोमुखाय नमः
104. ॐ श्री साईं सर्वान्तर्बहि: स्थिताय नमः
105. ॐ श्री साईं सर्वमंगलकराय नमः
106. ॐ श्री साईं सर्वाभीष्टप्रदाय नमः
107. ॐ श्री साईं समरससनमार्गस्थापनाय नमः
108. ॐ श्री साईं समर्थ सदगुरु साईनाथाय नमः

 

श्री सच्चिदानंद सदगुरु साईनाथाय महाराज  की जय



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Sunday, 8 April 2012

रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन कर ले

ॐ सांई राम

नेक कोई एक तो करम कर ले, नेक कोई एक तो करम कर ले

Saturday, 7 April 2012

Om Sai Ram to all..

Om Sai Ram,

I LOVE YOU- baba ko kaho,

I MISS YOU- baba ki shikshao ko kaho,

I BELIEVE YOU- shri sai satcharitr ko kaho,

I TRUST YOU- baba se ki hui prarthnao ko kaho,

I HATE YOU- khud ke ander chupi hui buraiyon ko kaho.

Yadi hum insabko apnayengey to baba ke bahut kareeb pahuch jayengey..

अज मेरे घर साईं आया है



ॐ सांई राम



अज मेरे घर लगियां ने रौनकां
मै ताँ साईं दा दर्शन पाया है
आओ मिल के नाचिये गाईये
अज मेरे घर साईं आया है

Friday, 6 April 2012

जो है शिर्डी के कण कण में

ॐ सांई राम


भवदधि तारक दीन सहाई, साईं का सुमिरन है सुखदाई
जय साईं राम ॐ जय साईं श्याम, मंगलमूर्ति सकल सुख धाम

Hanuman Jayanti is being celebrated today

ॐ सांई राम



On Chaitra Shukla Purnima, i.e., the full moon day of March-April, Hanuman Jayanti is celebrated all over the country. The monkey-God Hanuman is worshiped everywhere in India either alone or together with Lord Rama. Hanuman temples dot the entire length and breath of the country. Every temple dedicated to Rama invariably has an idol of Hanuman. In other temples also Hanuman is found installed.

Thursday, 5 April 2012

गुरु-स्मरण का महत्व


ॐ सांई राम
गुरु-स्मरण का महत्व

गुरु की अलोक-रश्मि सबमे है ! उनका स्मरण करने से व्यक्ति उनके प्रभा-मंडल से जुड़ता है!

श्री साईं सच्चित्र अध्याय - 2

ॐ सांई राम
आप सभी को शिर्डी के साईं बाबा ग्रुप की और से साईं-वार की हार्दिक शुभ कामनाएं |

हम प्रत्येक साईं-वार के दिन आप के समक्ष बाबा जी की जीवनी पर आधारित श्री साईं सच्चित्र का एक अध्याय प्रस्तुत करने के लिए श्री साईं जी से अनुमति चाहते है |

हमें आशा है की हमारा यह कदम घर घर तक श्री साईं सच्चित्र का सन्देश पंहुचा कर हमें सुख और शान्ति का अनुभव करवाएगा| किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए हम सर्वप्रथम श्री साईं चरणों में क्षमा याचना करते है|


ग्रन्थ लेखन का ध्येय, कार्यारम्भ में असमर्थता और साहस, गरमागरम बहस, अर्थपूर्ण उपाधि हेमाडपन्त, गुरु की आवश्यकता । ---------------------------
गत अध्याय में ग्रन्थकार ने अपने मौलिक ग्रन्थ श्री साई सच्चरित्र (मराठी भाषा) में उन कारणों पर प्रकाश डाला था, जिननके दृारा उन्हें ग्रन्थरतना के कार्य को आरन्भ करने की प्रेरणा मिली । अब वे ग्रन्थ पठन के योग्य अधिकारियों तथा अन्य विषयों का इस अध्याय में विवेचन करते हैं ।


Wednesday, 4 April 2012

ना मैं जप जानूं ना मैं तप जानूं

ॐ सांई राम
ना मैं जप जानूं ना मैं तप जानूं
तेरे चरणों में ध्यान लग जाए
तो में तर जाऊं,
साईं तर जाऊं,
हे साईं तर जाऊं

Tuesday, 3 April 2012

कर ले साईं भजन अनमोल

ॐ सांई राम



साईं बोल साईं बोल साईं बोल साईं बोल
कर ले  साईं भजन अनमोल
कर ले साईं भजन अनमोल

तन मन में बसा मेरा साईं राम

ॐ सांई राम

तन मन में बसा मेरा साईं राम ...

Monday, 2 April 2012

ओ सुख नहियों चाही दा जो, तेरे चरणां तों दूर लै जावे

ॐ सांई राम


 ओ  सुख नहियों चाही दा जो,  तेरे चरणां तों दूर लै  जावे

साईं मैनू नाम कमावन दी आस नहीं कोई

डर लगदा ए साईं दास तेरा, तेरे हिक नालों दूर न हो जावे

ओ  सुख नहियों चाही दा जो,  तेरे चरणां तों दूर लै  जावे


Sunday, 1 April 2012

रामनवमी उत्सव व मसजिद का जीर्णोदृार, गुरु के कर-स्पर्श की महिमा, रामनवमी उत्सव, उर्स की प्राथमिक अवस्था ओर रुपान्तर एवम मसजिद का जीर्णोदृार


ॐ सांई राम

रामनवमी उत्सव व मसजिद का जीर्णोदृार, गुरु के कर-स्पर्श की महिमा, रामनवमी

उत्सव, उर्स की प्राथमिक अवस्था ओर रुपान्तर एवम मसजिद का जीर्णोदृार

गुरु के कर-स्पर्श के गुण
जब सद्गुरु ही नाव के खिवैया हों तो वे निश्चय ही कुशलता तथा सरलतापूर्वक इस भवसागर के

माँ सिद्धिदात्री

ॐ सांई राम 
या देवी सर्वभू‍तेषु शक्ति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

नवदुर्गाओं में माँ सिद्धिदात्री अंतिम हैं। अन्य आठ दुर्गाओं की पूजा

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बाबा के 11 वचन

ॐ साईं राम

1. जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा
2. चढ़े समाधी की सीढी पर, पैर तले दुःख की पीढ़ी कर
3. त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौडा आऊंगा
4. मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पूरी आस
5. मुझे सदा ही जीवत जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो
6. मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताए
7. जैसा भाव रहे जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मनका
8. भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा
9. आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर
10. मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया
11. धन्य-धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य

.....श्री सच्चिदानंद सदगुरू साईनाथ महाराज की जय.....

गायत्री मंत्र

ॐ भूर्भुवः॒ स्वः॒
तत्स॑वितुर्वरे॑ण्यम्
भ॒र्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि।
धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त्॥

Word Meaning of the Gayatri Mantra

ॐ Aum = Brahma ;
भूर् bhoor = the earth;
भुवः bhuwah = bhuvarloka, the air (vaayu-maNdal)
स्वः swaha = svarga, heaven;
तत् tat = that ;
सवितुर् savitur = Sun, God;
वरेण्यम् varenyam = adopt(able), follow;
भर्गो bhargo = energy (sin destroying power);
देवस्य devasya = of the deity;
धीमहि dheemahi = meditate or imbibe

these first nine words describe the glory of Goddheemahi = may imbibe ; pertains to meditation

धियो dhiyo = mind, the intellect;
यो yo = Who (God);
नः nah = our ;
प्रचोदयात prachodayat = inspire, awaken!"

dhiyo yo naha prachodayat" is a prayer to God


भू:, भुव: और स्व: के उस वरण करने योग्य (सूर्य) देवता,,, की (बुराईयों का नाश करने वाली) शक्तियों (देवता की) का ध्यान करें (करते हैं),,, वह (जो) हमारी बुद्धि को प्रेरित/जाग्रत करे (करेगा/करता है)।


Simply :

तीनों लोकों के उस वरण करने योग्य देवता की शक्तियों का ध्यान करते हैं, वह हमारी बुद्धि को प्रेरित करे।


The God (Sun) of the Earth, Atmosphere and Space, who is to be followed, we meditate on his power, (may) He inspire(s) our intellect.