ॐ सांई राम
मेरी घोड़ी खो गई बाबा ! ढूँढ-ढूँढ मैं हारा,
तीन दिनों से उसके पीछे, फिर रहा मारा-मारा..
घोडी मेरा जीवन था, चलता था उससे गुजारा,
मुझ गरीब की परवरिस का, छिन गया सारा सहारा..
बाबा बोले - मत कर चिन्ता, वो तुमको मिल जाएगी,
उस झरने के पास घास को चरती नजर आएगी..
मन में आस्था-श्रद्धा ले,चाँद पाटिल उस ओर मुडा,
अपनी घोडी को देख वहाँ, "साईं " में उसका विश्वास बढा..
पाटिल चरणों में आ गिरा, बाबा ! आप सहारा हैं,
हर निराश की आशा बाबा ! नैया खेवनहारा हैं..
बाबा ने सटके को पटका, पानी फूटा धरती से,
बाबा ने चिमटे को पटका, आग निकल गई धरती से..
पाटिल ने "साईं" को पहचाना, बाबा अन्तर्यामी हैं,
वो सबका दुख दूर करेंगे, "साईं" सबके स्वामी हैं
हर निराश की आशा बाबा ! नैया खेवनहारा हैं..
बाबा ने सटके को पटका, पानी फूटा धरती से,
बाबा ने चिमटे को पटका, आग निकल गई धरती से..
पाटिल ने "साईं" को पहचाना, बाबा अन्तर्यामी हैं,
वो सबका दुख दूर करेंगे, "साईं" सबके स्वामी हैं
Kindly Provide Food & clean drinking Water for Birds & Other Animals,This is also a kind of SEWA.