ॐ सांई राम
बिन साईं के मैं ऐसी, जैसे अनाथ हो कोई
बिन बाबा के मैं ऐसी, जैसे पत्थर हो राह का कोई
बिन बाबा के मैं ऐसी, जैसे बिन मांझी के नाव
बिन साईं के मैं ऐसी, जैसे हो न किसी के पाँव
बिन बाबा के मैं ऐसी, जैसे कटी हुई पतंग
बिन साईं के मैं ऐसी जैसे जीवन हो एक जंग
बाबाजी कर दो कुछ ऐसा चरणों में आपके में रहूँ
न रहूँ अनाथ, न पत्थर राह का बनूँ
मांझी आप बन जाओ बाबाजी, नाव में मैं बैठी रहूँ
पैर मेरे जाए सिर्फ आपके द्वार, पतंग हवा में उडती रहे
जीवन मेरा बीते आपके चरणों में, स्वर्ग से सुंदर बना रहे
बाबाजी कर दो कुछ ऐसा चरणों में आपके में रहूँ
बिन बाबा के मैं ऐसी, जैसे बिन मांझी के नाव
बिन साईं के मैं ऐसी, जैसे हो न किसी के पाँव
बिन बाबा के मैं ऐसी, जैसे कटी हुई पतंग
बिन साईं के मैं ऐसी जैसे जीवन हो एक जंग
बाबाजी कर दो कुछ ऐसा चरणों में आपके में रहूँ
न रहूँ अनाथ, न पत्थर राह का बनूँ
मांझी आप बन जाओ बाबाजी, नाव में मैं बैठी रहूँ
पैर मेरे जाए सिर्फ आपके द्वार, पतंग हवा में उडती रहे
जीवन मेरा बीते आपके चरणों में, स्वर्ग से सुंदर बना रहे
बाबाजी कर दो कुछ ऐसा चरणों में आपके में रहूँ
बाबाजी मेरे मन में भक्ति की, सदा ज्योति जगाये रखना,
अपनी कृपा की धारा साईं जी, मुझपर बरसाए रखना ।
तेरी कृपा से ही बाबा, बना ये संसार है,
हम सबका साईं जी बस, तू ही पालनहार है ।
अपनी कृपा की धारा साईं जी, मुझपर बरसाए रखना ।
तेरी कृपा से ही बाबा, बना ये संसार है,
हम सबका साईं जी बस, तू ही पालनहार है ।
-: आज का साईं सन्देश :-
साथ पन्त शामा चले,
चरणन साईं जाय ।
लिखे जीवनी साईं की,
बाबा अनुमति पाय ।।
अहंकार जो त्याग के,
शिर्डी तीरथ जाय ।
इच्छा पूरण होय सब,
साईं करे सहाय ।।