ॐ सांँई राम जी
बहुत उदास है दिल आज मेरा
दिल वही जहाँ साँई वास हैं तेरा
क्यो देर लगाते हो बाबा मिलने में
कुछ दिन तो गुजारों दास के दिल में
दिल के हर कौने में साँई तस्वीर लगाई हैं
प्यार के बाज़ार में बड़ी सस्ती बोली लगाई हैं
एक झलक तेरी पा जाने को मेरे साँई जी
हमने अपनी सारी उम्र गुलामी कबूल पाई हैं
बहुत मुश्किल कर दिये आपके दर्शन बाबा
हर तरफ पहरा शिर्डी साँई संस्थान का हैं
एक छोटा रिचार्ज इस दास का भी कर दो
सवाल मेरे जीवन के उद्धार का भी हैं
अब तो बस हाईटेक दर्शन कर पाते हैं
शिर्डी जा कर भी लाईन में खड़े रह जाते हैं
दर्शन तो बाबा जी आपके बस धनी ही पाते हैं
तेरी एक झलक पाने को हम आहे भर रह जाते हैं
ऐसा वो सोचते है तो बस उन्हे सोचने दो
अपनी कृपा अपने भक्तो तक पहुंचने दो
दर्शन तो उनको भी नसीब हो जाते हैं
जो बदनसीब शिर्डी जा भी नही पाते हैं
बंद आँखों से भी दर्शन दे जाते हैं
हर भक्त की पीड़ा हर ले जाते हैं
मालिक तीन लोको के हैं फिर भी
अपने भक्तो के लिए कुछ भी बन आते हैं
जो मात्र वी आई पी पास से साँई दर्शन पाते
नासमझ हैं जो श्रध्दा सबूरी को ना जान पाते
दर्शनों की मिठास थोड़ी तड़प के बाद ही आती हैं
जैसे मर्ज़ के बढ़ने पर दवा असर कर जाती हैं