ॐ सांई राम
मेरे साईं सतगुरू दीनदयाल
मैनूं रख चरणा दे नाल
न डोले मेरा मन
मेरी हर पल करी संभाल
मैनूं रख चरणा दे नाल
न डोले मेरा मन
मेरी हर पल करी संभाल
दुखी दिलो का दाता साईं
साईं रंग में रंगे सभी बहिन भाई
हम सब साईं के रंग में झूमें
साईं हमारे रंग में झूमें
जय जय जय साईं दाता हमारा
...मैं हूँ एक भगत तुम्हारा
*****************************
साईं रंग में रंगे सभी बहिन भाई
हम सब साईं के रंग में झूमें
साईं हमारे रंग में झूमें
जय जय जय साईं दाता हमारा
...मैं हूँ एक भगत तुम्हारा
*****************************
"साईं संतो में महान हैं| वे ईश्वर के अवतार हैं| जो पूर्ण समर्पण कर उनके सामने नतमस्तक हो जाएगा, वे उस पर अवश्य कृपा करेंगें|"
*****************************
*****************************
क्या आप जानते है की शंकर भगवान को महाकाल क्यों कहा जाता है ?
क्योंकि शंकर काल का भी काल है । सृष्टि को अपने में विलीन करते समय वह काल को भी अन्दर समेट लेते हैं, इसलिए उन्हें महाकाल कहा जाता है ।
शिव की शक्ति पार्वती की क्रिया शक्ति निम्नानुसार कार्य करती है
''ॐ'' : अ-ब्रह्मा, उ-विष्णु, म्-महेश ।
GOD : G- Generator, O- Operator, D- Destroyer.
जब शिव सृजन का कार्य ब्रह्मा के रूप में करते हैं तो उनकी क्रियाशक्ति - ''महासरस्वती''जब पालन का कार्य करते हैं तो उनकी क्रियाशक्ति - ''महालक्ष्मी''जब संहार का कार्य करते हैं तो उनकी क्रियाशक्ति - ''महाकाली''
जब महामृत्युंजयके रूप में कार्य करते हैं तो उनकी क्रियाशक्ति - ''महा बगलामुखी''
जब महामृत्युंजयके रूप में कार्य करते हैं तो उनकी क्रियाशक्ति - ''महा बगलामुखी''
जब शिव संसार के समस्त कार्यों (सृजन, पालन, संहार आदि) में लगे रहते हैं
तो परमेश्वरी या महाशक्ति पार्वती होती हैं ।