है महिमा सबसे न्यारी सतगु रु साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
श्री साईं साईं साईं, जय साईं साईं साईं
बरसाए, कृपा का अमृत अपने भक्तों पे
हर पल वो करते छाया अपने भक्तों पे
है परमानन्द की मूरत अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया.....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
श्री साईं साईं साईं, जय साईं साईं साईं
बरसाए, कृपा का अमृत अपने
हर पल वो करते छाया अपने भक्तों पे
है परमानन्द की मूरत अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया.....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
है रूप भिखारी का, तन पे कफनी वो पहने हैं
श्रद्धा और सबुरी ही साईं के गहने हैं
है छटा निराली जग से अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया..ओ....साईया
है रूप भिखारी का, तन पे
श्रद्धा और सबुरी ही साईं
है छटा निराली जग से अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया..ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
कैसे कह दूँ, साईं तुम मे रे साथ नहीं
करूँ पल पल तोरे दर्शन ये झूठी बात नहीं
किस बिध लिखूं मै महिमा अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
ह्रदय में, सदा साईं तेरा ही वास रहे
नैनों में दर्शन की ही हमेशा आस रहे
है मूरत प्यारी मुझको अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
कैसे कह दूँ, साईं तुम मे
करूँ पल पल तोरे दर्शन ये झूठी बात नहीं
किस बिध लिखूं मै महिमा अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
ह्रदय में, सदा साईं तेरा ही वास रहे
नैनों में दर्शन की ही हमेशा आस रहे
है मूरत प्यारी मुझको अपने साईं की
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
साईया ... ओ....साईया....ओ....साईया
जाऊं बार बार बलिहारी अपने सतगुरु साईं की
यह सौगात आप सब की नज़र
साईं की बेटी - रविंदर जी