सुमिर साँईं नाम दिन-राती, साँईं नाम से विपदा जाती...
सुमिर साँईं नाम दिन-राती,
साँईं नाम से विपदा जाती...
सुध तन मन की भूल जाऊं, कभी होश में न आंऊ
तेरे धाम पहुचँ जाऊं, या किसी के काम आंऊ
शुभ काम पाठ पूजा, गुणगान करते करते
हो जाए बंद आँखे मेरी, तेरा ध्यान करते करते....
"मृत्युंजयाय रुद्राय
नीलाकंताया शम्भवे
अमृतेशाय सर्वाय
महादेवाय ते नमः "
Meaning: Lord Mahadeva (Shiva) has conquered death. He is the destructive force of the universe. He has a blue neck and he gives happiness to all. We pray to the kind-hearted lord, Shiv-Shambhu.
"गौरी वल्लभा कामारी
काला कूटा विशासना
माम उद्ध्हरे पादाम्भोजे
त्रिपुरा अग्न्यता कान्ताका "
Meaning: Lord Kaamaarey (another name for Lord Shiva) protects us from the evil. He is the consort of Gauri, the mother goddess. He drank the "Kaala Koota" poison (which was the outcome of the ocean churning). He is the destroyer of the three cities. We seek protection at the feet of Lord Shiva
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं
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बाबा के 11 वचन
ॐ साईं राम
1. जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा
2. चढ़े समाधी की सीढी पर, पैर तले दुःख की पीढ़ी कर
3. त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौडा आऊंगा
4. मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पूरी आस
5. मुझे सदा ही जीवत जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो
6. मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताए
7. जैसा भाव रहे जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मनका
8. भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा
9. आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर
10. मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया
11. धन्य-धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य
.....श्री सच्चिदानंद सदगुरू साईनाथ महाराज की जय.....
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः॒ स्वः॒
तत्स॑वितुर्वरे॑ण्यम्
भ॒र्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि।
धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त्॥
Word Meaning of the Gayatri Mantra
ॐ Aum = Brahma ;
भूर् bhoor = the earth;
भुवः bhuwah = bhuvarloka, the air (vaayu-maNdal)
स्वः swaha = svarga, heaven;
तत् tat = that ;
सवितुर् savitur = Sun, God;
वरेण्यम् varenyam = adopt(able), follow;
भर्गो bhargo = energy (sin destroying power);
देवस्य devasya = of the deity;
धीमहि dheemahi = meditate or imbibe
these first nine words describe the glory of Goddheemahi = may imbibe ; pertains to meditation
धियो dhiyo = mind, the intellect;
यो yo = Who (God);
नः nah = our ;
प्रचोदयात prachodayat = inspire, awaken!"
dhiyo yo naha prachodayat" is a prayer to God
भू:, भुव: और स्व: के उस वरण करने योग्य (सूर्य) देवता,,, की (बुराईयों का नाश करने वाली) शक्तियों (देवता की) का ध्यान करें (करते हैं),,, वह (जो) हमारी बुद्धि को प्रेरित/जाग्रत करे (करेगा/करता है)।
Simply :
तीनों लोकों के उस वरण करने योग्य देवता की शक्तियों का ध्यान करते हैं, वह हमारी बुद्धि को प्रेरित करे।
The God (Sun) of the Earth, Atmosphere and Space, who is to be followed, we meditate on his power, (may) He inspire(s) our intellect.