शिर्डी पुरेश्वर हे साँई बाबा महेश्वरा
साँई है जीवन, जीवन शिर्डी के साँई
साँई मेरा जीवन सहारा
साँई है जीवन, जीवन शिर्डी के साँई
तेरे बिना साँई सब है अन्धेरा
पार करो मेरी जीवन नईयाँ
चरण लगा लो मुझे साँई कन्हैया
Sai,You are my life. Without You there is darkness (ignorance) in my life.
Kindly help me cross the ocean of life and death. Sai Krishna! Accept me at
Your lotus feet.
साँई हमारा हम साँई के
ऐसा प्रेम हमारा
साँई राम हमारा
साँई राम हमारा
शिर्डी साँई है नाम तुम्हारा
शिर्डी साँई अवतारा
साँई राम हमारा
साँई राम हमारा
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख इसाई
सबका पालनहारा
साँई राम हमारा
साँई राम हमारा
Our love for each other is such that Sai is ours and we are His. GOD,
who took the form of Shirdi Sai, is also the protector of Hindus, Muslims,
Sikhs and Isai.
साँई महादेवा
शिर्डी साँई महादेवा
शिर्डी पुरेश्वर हे साँई बाबा महेश्वरा
हे साँई महादेवा
निरुपम गुण है साधना साँई
तेरे नीरज नयना
विभुती सुन्दर हे साँई बाबा
महेश्वरा हे साँई बाबा
Lord of Lords, Lord Sai Baba of Shirdi with lotus-shaped eyes,
is the incarnation of God. He is exceedingly merciful.
For Donation
For donation of Fund/ Food/ Clothes (New/ Used), for needy people specially leprosy patients' society and for the marriage of orphan girls, as they are totally depended on us.
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A/c - Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
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IndusInd Bank Ltd, N - 10 / 11, Sec - 18, Noida - 201301,
Gautam Budh Nagar, Uttar Pradesh. INDIA.
बाबा के 11 वचन
ॐ साईं राम
1. जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा
2. चढ़े समाधी की सीढी पर, पैर तले दुःख की पीढ़ी कर
3. त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौडा आऊंगा
4. मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पूरी आस
5. मुझे सदा ही जीवत जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो
6. मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताए
7. जैसा भाव रहे जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मनका
8. भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा
9. आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर
10. मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया
11. धन्य-धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य
.....श्री सच्चिदानंद सदगुरू साईनाथ महाराज की जय.....
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः॒ स्वः॒
तत्स॑वितुर्वरे॑ण्यम्
भ॒र्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि।
धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त्॥
Word Meaning of the Gayatri Mantra
ॐ Aum = Brahma ;
भूर् bhoor = the earth;
भुवः bhuwah = bhuvarloka, the air (vaayu-maNdal)
स्वः swaha = svarga, heaven;
तत् tat = that ;
सवितुर् savitur = Sun, God;
वरेण्यम् varenyam = adopt(able), follow;
भर्गो bhargo = energy (sin destroying power);
देवस्य devasya = of the deity;
धीमहि dheemahi = meditate or imbibe
these first nine words describe the glory of Goddheemahi = may imbibe ; pertains to meditation
धियो dhiyo = mind, the intellect;
यो yo = Who (God);
नः nah = our ;
प्रचोदयात prachodayat = inspire, awaken!"
dhiyo yo naha prachodayat" is a prayer to God
भू:, भुव: और स्व: के उस वरण करने योग्य (सूर्य) देवता,,, की (बुराईयों का नाश करने वाली) शक्तियों (देवता की) का ध्यान करें (करते हैं),,, वह (जो) हमारी बुद्धि को प्रेरित/जाग्रत करे (करेगा/करता है)।
Simply :
तीनों लोकों के उस वरण करने योग्य देवता की शक्तियों का ध्यान करते हैं, वह हमारी बुद्धि को प्रेरित करे।
The God (Sun) of the Earth, Atmosphere and Space, who is to be followed, we meditate on his power, (may) He inspire(s) our intellect.