ॐ सांई राम
राजाधिराजा , राजाधिराजा ,योगीराजा ,योगीराजा
सच्चिदानंदा , सच्चिदानंदा
दिखा दो इक बार, मुझे अपनी सुहानी शिर्डी
सुना है कि जन्नत से कम नहीं तुम्हारी शिर्डी
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
तुम्ही मेरी काशी, काबा-ए मदीना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
जहाँ बेपनाह सब पनाह ढूँढ़ते हैं
फ़रिश्ते तुम्हारा पता पूछते हैं
जिस दर से खुशियाँ सभी लूटते हैं
तेरे दर सा देखा, है दर कोई ना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
ये रहमत है तेरी कि हम जी रहे हैं
तेरे नाम की हम मय पी रहे हैं
अपनी जुबां से तेरी हमद गा रहे हैं
इनायते करम फिर भी मुझ पर हुई ना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
तुम्ही मेरी काशी, काबा-ए मदीना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
हे सच्चिदानंदा , जय श्री साईं नाथाय नमः
हे आनंद कंदा , जय श्री साईं नाथाय नमः
योगी राजा ,योगी राजा ,योगी राजा
अनाथों का नाथ है, सहारा सभी का
है मिलता यहीं पर सबर ज़िन्दगी का
कुछ तो सिला दीजिये बंदगी का
है राम ओ रहीम तू ही और कोई ना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
तुम्ही मेरी काशी, काबा-ए मदीना
मदद कीजिये कायनात-ए नगीना
राजाधिराजा योगीराजा, सच्चिदानंदा सच्चिदानंदा
संकट हरणा आनंदकरणा, साईं नाथा साईं नाथा
तेरी शिर्डी साईं दीदारे नगीना
यहीं काशी काबा,मक्का मदीना
यह भजन पंखुड़ियां बहन रविंदर जी की बगिया से
आप सब के लिए लाई गई हैं |
बाबा की कृपा इन पर सदा बनी रहे |
बाबा की कृपा इन पर सदा बनी रहे |