आज के वक्त में क्युँ इतना गिर गया इंसान
नहीं रही उसे अब अच्छे और बुरे की पहचान
लूट खसौट का करें वो अब गौरख धंधा
करें कोई एतराज तो कर डालें उसे अंधा
मैं कल से कुछ मानसिक रूप से पीड़ित हूँ।
जब से अखबार में पढ़ा कि उत्तम नगर, दिल्ली की एक महिला के साथ कुछ अज्ञात लूटेरों ने जबरदस्ती लूटपाट की और जब उस महिला ने विरोध किया तो पेचकस से उस महिला की दोनों आंखें फोड़ कर बदमाश भाग गए ।
कृपया एक बार जरूर सोचिए कि उस बहन को कितनी असहनीय पीड़ा से गुज़रना पड़ रहा होगा।
आप सभी से अनुरोध हैं कि आप सभी अपने आसपास के माहौल को सुरक्षित बनाना और निश्चित करना कि आज के बाद एक भी ऐसी वारदात कम से कम अपने घर के आसपास तो नहीं होने देंगे।
ऐसा करने के संकल्प मात्र से ही हम कितनी ही बहनों की रक्षा की जिम्मेदारी संभाल कर अपने क्षेत्र को वारदात विहीन करने में सफलता हासिल कर सकते हैं।
आइए आज हम सब मिलकर यह प्रण करें कि हम इस नई पहल का हिस्सा बन कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभायेंगे।