मुझे जन्म दिया तूने,
सौ सौ दर्द सह कर
मेरी माँ बन कर,
दुनिया से सुन कह कर
मेरी कलाई को मान दिया,
जग मे बहना रह कर
फिर स्थान लिया तूने,
मेरे वाम अंग रह कर
तूने ही परी का रूप धरा,
जीवन दिया पापा कह कर
तुझे मान ना अब तक दे पाया,
मैं समाज के रस्मों में बह कर
मेरा सारा जीवन नाकाफी है,
तेरी महिमा लिख गा कह कर
मेरी स्वर्गीय माता जी, मेरे घर की आँचल,
मेरी अर्धांगिनी और मेरी छोटी नन्ही परी को समर्पित