कृपया पूरा और ध्यान पूर्वक पढ़ें और इस संदेश के द्वारा यदि किसी के हृदय में परिवर्तन आया, तो समझूंगा कि मेहनत रंग लाई ।
जब कभी भी आप जानवरों या पक्षियों की ओर ध्यान से देखेंगे तो आप पाएंगे कि उनमें नर की शक्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती हैं ।
और कुदरत के साथ मिलकर फरिश्तों ने भी इस साजिश में खूब हाथ बँटाया।
मोर अत्यधिक सुंदरता से सुसज्जित होता है और इसके विपरित मादा को सुंदरता नाम की कोई उपलब्धि हासिल नहीं हो पाई ।
बब्बर शेर के मुख मंडल पर डेर सारे सुसज्जित बाल भी उसके खूंखार होने की बात पर मोहर लगाते हैं, लेकिन मादा को यहाँ भी फरिश्तों ने अनदेखा कर दिया |
पर क्या आप जानते हैं कि सिर्फ मानव जीवन में ही नारी को सुंदरता की हर पारखी अदा क्यों दी गई है?
क्योंकि नारी मानव जीवन में ना मात्र मादा की भूमिका निभाती हैं, अपितु वह साक्षात् शक्ति का रूप हैं और उसे फरिश्तों ने नहीं स्वयं भगवान ने अपने हाथों से बनाया है ।
यह तो रहा उदाहरण, नारी शक्ति के सुंदर होने का, पर एक बात और है कि क्या पुरुष को बनाने के लिए भगवान ने क्या उन्हीं फरिश्तों की मदद ली थीं, जिन्होंने जानवरों और पक्षियों की संरचना की थी?
अगर आपका अहम् इस स्वाल के जवाब में ना कह रहा है, तो फिर हम कम से कम अपनी हरकतों में उनकी झलक कतई ना आने दें ।
नारी शक्ति का सम्मान करें
बेटियों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन दे और कन्यादान कर मोक्ष की प्राप्ति करें।
ऐसा शास्त्रों में भी लिखा है कि कन्यादान के बिना मोक्ष की प्राप्ति नही हो सकती हैं ।