शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Saturday, 23 May 2015

साँईं नाम का सहारा

तिनका बहे समुद्र में
ना कोई भय सताये
त्यूँ ही साँई चरणों में
यह जीवन बीता जाये

डर तूफानों का उन जहाजों को होता है,
जिन्हें अपना बड़ा होने पर गुमान होता है,
पार पाते हैं तूफानों में भी तिनके क्योंकि
छोटा बन कर जीना उन्होंने साँईं से सीखा है

क्या बिगाड़ेंगी तेज लहरें भी हमारा
जब साँईं जी का हमें मिला है सहारा
कठिन डगर भी आसानी से पार होगी
साँईं जी ने सब को हैं भव से तारा