शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Saturday, 23 May 2015

पानी से दीये तुमनें जलायें

जग का हैं तू पालनहार
सबका हैं तू तारणहार
तेरी उदी तुझसे निराली
करती नित नये चमत्कार

उदी माथे से जो लगा ले
सारी विपदा से मुक्ति पा ले
एक क्षण भी तू ना लगाएं
कोई भी ध्याये तू भागा आए

कैसे अदा कर पाऊँगा मैं
तेरे एहसानों का फल
तेरी रहमत हर पल बरसे
हर क्षण और हर पल

मात्र एक परिवार नहीं
यह तो पागलखाना है
जिसे देखो वो ही साँई
बस तेरे नाम का दिवाना है

पानी से दीये तुमनें जलायें
तभी से चमत्कारी कहलाये
जो भी प्राणी तेरे दर पर आये
भर भर झोलियाँ वो ले जाये