शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Wednesday, 11 October 2023

सबका मालिक एक है

सबका मालिक एक है


 रंग अलग है रूप
अलग है, भाव सब में एक है
घाट अलग है, लहरे अलग है,
जल तो सब में एक है ||
काले गोरे पीले तन में,
खून का रंग तो एक है ,
प्रेम की भाषा अलग अलग है,
प्रेम तो सब में एक है ||
पेड, पौधे अलग अलग है,
तत्व तो सब में एक है
मताए सबकी अलग अलग है,
ममता तो सब एक है ||
गाव, शहर, देश सबके अलग अलग है,
पर घरती तो एक है ,
गाय अलग अलग रंगों की है,
दूध का रंग तो एक है ||
खाना सबका अलग अलग है,
पर भूख सबकी एक है,
वेशभूषा सबकी अलग अलग है,
जीवन सबका एक है ||

सोच सबकी अलग अलग है,
पर ज्ञान सबमे एक है ,
सब करते हैं अरदास,
अलग अलग तरीके से,
जिसने हमें ये समझाया की
"सबका मालिक एक है"
!! शुभ प्रभात !!