परसों हमने पढ़ा था.. बूटी का रोग छूमंतर
श्री साईं लीलाएं - बिना दवाई के कर्णपीड़ा ठीक हो गयी
आलंदी गांव (पूजा) के रहनेवाले एक स्वामी जी कर्णपीड़ा से बहुत दु:खी थे| उनके कान में इतना दर्द होता था कि वह रात को सो भी नहीं पाते थे| कान में सूजन बनी रहती थी| अनेकों इलाज करवाये पर कोई लाभ नहीं हुआ| डॉक्टरों ने ऑपरेशन करवाने को कहा|एक बार स्वामी जी बाबा के दर्शन करने के लिए शिरडी आये| तब भी कानों में पीड़ा थी| उन्होंने अपनी परेशानी शामा को बता दी और उनसे बाबा से प्रार्थना करने की विनती की| शाम को जब स्वामी जी बाबा से मस्जिद लौटने की अनुमति लेने गए तो तब शामा ने बाबा से प्रार्थना कि - "हे देवा ! स्वामी जी के काम में बहुत पीड़ा है, आप इन पर कृपा करें|"बाबा ने केवल इतना कहा - "अल्लाह अच्छा करेगा|" बाद में स्वामी जी पूना चले गए| आठ दिन बाद उनका पत्र आया, जिसमें लिखा था कि उनके कान का दर्द अब समाप्त हो गया है| सूजन अभी बाकी है इसलिए वे ऑपरेशन कराने मुम्बई भी गये थे| पर जांच करने के बाद डॉक्टर ने कहा अब इसकी कोई आवश्यकता नहीं है| सब बाबा की कृपा है, वह बाबा के चरणों में प्रणाम करते हैं|"
शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)
▼
Friday, 18 November 2022
श्री साईं लीलाएं - बिना दवाई के कर्णपीड़ा ठीक हो गयी
कल चर्चा करेंगे... मूंगफली से अतिसार से मुक्ति
ॐ सांई राम
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।