शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Wednesday, 16 November 2022

श्री साईं लीलाएं - बूटी का रोग छूमंतर

ॐ सांई राम



कल हमने पढ़ा था.. बाबा जी का विचित्र आदेश 

श्री साईं लीलाएं - बूटी का रोग छूमंतर

एक बार बापू साहब बूटी को अम्लपित्त का रोग हो गयाउन्होंने बहुत इलाज करवाया परन्तु कोई लाभ नहीं हुआरोग की वजह से वह इतने कमजोर हो गये कि अब वे मस्जिद जाकर बाबा के दर्शन कर पाने में खुद को असमर्थ पाने लगेयह बात बाबा को भी पता चल गयी|एक दिन बाबा ने बूटी को अपने पास बुलवाया और पास में बैठाकर बोले - "सावधान ! अब तुम्हें कभी उल्टियां या दस्त हुई तो समझ लेना तुम्हारा सामना मुझसे हैयह ध्यान रखना|" बाबा का संकेत बूटी की बीमारी की तरह थाबाबा के मुख से निकले उन शब्दों का ऐसा चमत्कारिक प्रभाव हुआ कि बूटी साहब का रोग उसी समय खत्म हो गया और वे पूर्णतया स्वस्थ हो गये|यही बूटी एक बार हैजे की बीमारी का शिकार हो गएबीमारी के कारण उन्हें बहुत तेज प्यास लगने लगीडॉक्टरों से इलाज कराने पर जब कोई लाभ होता दिखाई न दिया तो अंतत: वे पुन: बाबा की शरण में जा पहुंचे और रोग-मुक्ति की विनती की|उनकी विनती सुन बाबा ने कहा - "मीठे दूध में अखरोटबादामपिस्ते उबालकर उस काढ़े का सेवन करोवैसे यह काढ़ा प्राणघातक हैपरन्तु बाबा की आज्ञा थीइसलिए उन्होंने काढ़ा बनाकर सेवन किया तो रोग का समूल नाश हो गया|"


कल चर्चा करेंगे... बिना दवाई के कर्ण पीड़ा ठीक हो गई

ॐ सांई राम

ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं

बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।