शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Wednesday, 6 April 2022

जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार

ॐ सांई राम



 जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार
भोर अब तो होने लगी है, साईं नाम पुकार,


सूरज कितनी बार ही निकला, लेकर अपनी ही धूप,
कितनी बार ये बदले ये मौसम, बदला समय का रूप,
अंत समय है नीद से जागो, कर लो साईं से प्यार,
जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार

क्या है तेरा किसपर पगले, करता है अभिमान,
ये जग तो है रैन बसेरा, तू है यहाँ मेहमान,
एक है ईश्वर साईं तेरा, उसको तू न बिसार,
जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार,

लेकर जा तू साईं के द्वारे, श्रद्धा के ये फूल,
माथे पर तू अपने लगा ले,  साईं चरण की धूल,
वो है दयालु, वो ही करेंगे, तेरा बेड़ा पार,
जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार,
जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार,

जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार
भोर अब तो होने लगी है, साईं नाम पुकार,
जीवन बीत गया सपनों में, शेष बचे दिन चार
भोर अब तो होने लगी है, साईं नाम पुकार,

-: आज का साईं सन्देश :-

बात न कोई बहस की,
मंजिल पाना होय ।
समझ गए दाभोलकर,
गुरु ज़रूरी होय ।।

गुरु कृष्ण के भी रहे,
गुरु राम के होय ।
इसी तरह साईं सदा,
सद्गुरु तेरे होय ।।