शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Wednesday, 2 January 2019

अरदास एक दास की





जब जब मैंने तुम्हें पुकारा

तुम साँईं दौड़े दौड़े आये
आज जरूरत फिर आन पड़ी है
साँईं जी होना आप सहाये

नईया मेरी बीच भंवर में

कही रह ना जाए अकेली
अपनी कृपा बालक पर रखना
ज्यूँ माँ बन जाती है सहेली