ॐ साईं राम
जब से मुझको साईं तेरी भक्ति मिली
मेरे मुरझाये मन में हैं कलियाँ खिली
जो न सोचा कभी था वही हो गया
ए शिर्डी वाले बाबा मैं तेरा हो गया
धन दौलत न चाँदी सोना दे ,
बाबा अपने चरणों में मुझे एक कोना दे ,
साईं तेरी सेवा ही मेरी जागीर हो ,
मन-मंदिर में बस तेरी ही तस्वीर हो