ॐ साईं राम
मेरे साईं नाथ की महिमा बड़ी निराली है
बाबा से जिसने प्यार किया
उसके घर में मनती रोज दिवाली है

उसके दर पे बनके आया जो भी सवाली है
बाबा ने उस पे रहमत बरसा डाली
बाबा से जिसने जो माँगा उसकी बात कभी न टाली है
आ यहाँ जो खाली जाये हो तो कोई मुझे बताये
बाबा की द्वारिकमाई से मिलती सबको निवाली है
बाबा के शिर्डी आने से हुई जग में उजयाली है
तुम भी जाकर दर्शन कर लो
वहा सबको किस्मत बदलने वाली है
मेरे साईं नाथ की महिमा बड़ी निराली है