शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Tuesday, 9 May 2017

श्री साईं लीलाएं - छिपकली बहनों का मिलन

ॐ सांई राम



कल हमने पढ़ा था.. चोलकर को शक्कर की चाय पिलाओ 

श्री साईं लीलाएं
छिपकली बहनों का मिलन

एक समय की बात है कि साईं बाबा मस्जिद में बैठे हुए अपने भक्तों से वार्तालाप कर रहे थेउसी समय एक छिपकली ने आवाज कीजो सबने सुनी और छिपकली की आवाज का अर्थ अच्छे या बुरे सकुन से होता हैउत्सुकतावश उस समय वहां बैठे एक भक्त ने बाबा से पूछा - "बाबा यह छिपकली क्यों आवाज कर रही हैइसका क्या मतलब हैइसका बोलना शुभ है या अशुभ?"
बाबा ने कहा - 'अरेआज इसकी बहन औरंगाबाद से आ रही हैउसी खुशी में यह बोल रही है|" उस भक्त से सोचा - 'यह तो छोटा-सा जीव हैइसकी कौन-सी बहन और भाईकहां इसका घर-बारशायद बाबा ने ऐसा मजाक में कह दिया होगा|' वह भक्त बाबा के कथन का रहस्य न समझ सका और चुपचाप बैठा रहा|
उसी समय औरंगाबाद से एक व्यक्ति घोड़े पर सवार होकर बाबा के दर्शन करने आयाबाबा उस समय नहाने गये हुए थेइसलिए उसने सोचा कि जब तक बाबा आते हैं तब तक मैं बाजार से घोड़े के लिए चने खरीद कर ले आता हूंऐसा सोचकर उसने चने लाने का जो थैला कंधे पर रखा हुआ थाधूल झाड़ने के उद्देश्य से झटका तो उसमें से एक छिपकली निकली - और फिर देखते-देखते वह तेजी से दीवार पर चढ़ते हुए पहली वाली छिपकली के पास पहुंच गयीफिर दोनों खुशी-खुशी लिपटकर दीवार पर इधर-उधर घूमती हुई नाचने लगींयह देखकर सब लोग आश्चर्यचकित रह गयेयह कहना बाबा की सर्वव्यापकता का सूचक थावरना कहां शिरडी और कहां औरंगाबाद!

कल चर्चा करेंगे..साठे पर बाबा की कृपा     

ॐ सांई राम
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।