शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Sunday, 30 April 2017

श्री साईं लीलाएं - बाबा जी का विचित्र आदेश

ॐ सांई राम



कल हमने पढ़ा था.. जो मस्जिद में आया, सुखी हो गया 

श्री साईं लीलाएं
बाबा जी का विचित्र आदेश
  
बालागनपत दर्जी शिरडी में रहते थेवह बाबा के परम भक्त थेएक बार उन्हें जीर्ण ज्वर हो गयाबुखार की वजह से वह सूखकर कांटा हो गयेबहुत इलाज करायेपर ज्वर पूरी तरह से ठीक नहीं हुआआखिर में थक-हारकर साईं बाबा की शरण में पहुंचेवहां पहुंचकर बाबा से पूछा - "बाबा ! मेरा ऐसा कौन-सा पाप कर्म है जो सब तरह की कोशिश करने के बाद भी बुखार मेरा पीछा नहीं छोड़ता?"
उसकी करुण पुकार सुनकर बाबा के मन में दया जाग उठी और बाबा उससे बोले - "तू लक्ष्मी मंदिर के पास जाकर एक काले कुत्ते को दही-चावल खिलातेरा भला होगा|" बाबा के वचन सुनकर उसके मन में उम्मीद जाग उठीवह दही-चावल लेकर लक्ष्मी मंदिर पहुंचावहां पहले से एक काला कुत्ता खड़ा थाउसने उसे दही-चावल खिलाया तो वह तुरंत दोनों चीज खा गया और कुछ ही दिनों में उसका बुखार पूरी तरह से ठीक हो गया|

कल चर्चा करेंगे..बूटी का रोग छूमंतर     

ॐ सांई राम
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।