ना तेरा ना मेरा हैं साँई नाम का जग में बसेरा हैं
तूने साँई के नाम पर क्यों डाला अपना डेरा हैं
मैं क्यों लूं साँई राम का नाम किसी से पूछ कर
तूने कहां लिया उनका नाम साँई से पूछ कर
तेरा नाम तेरा अपना नही हैं किसी की देन
साँई नाम का ना कर बंदे तू जग में लेनदेन
कैसे साँई नाम सिर्फ तेरा होकर रह जाएगा
वही दोहराएगा जो साँई साँई हरपल गाएगा