शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Tuesday, 5 January 2016

ऐसी सुबह न आए न आए ऐसी शाम

ॐ साँई राम




ऐसी सुबह न आए न आए ऐसी शाम
जिस दिन जुबान पे मेरी आए न साई का नाम
मन मन्दिर में वास है तेरा , तेरी छवि बसाई,
प्यासी आत्मा बनके जोगी तेरे शरण में आया
तेरे ही चरणों में पाया मैंने यह विश्राम
ऐसी सुबह न आए न आए ऐसी शाम
जिस दिन जुबान पे मेरी आए न तेरा नाम



तेरी खोज में न जाने कितने युग मेरे बीते,
अंत में काम क्रोध सब हiरे वो बोले तुम जीते
मुक्त किया प्रभु तुने मुझको, है शत शत प्रणाम
ऐसी सुबह न आए न आए ऐसी शाम
जिस दिन जुबान पे मेरी आए न तेरा नाम

सर्वकला संपन तुम ही हो, ओ मेरे परमेश्वर
दर्शन देकर धन्य करो अब त्रिलोक्येश्वर
भवसागर से पार हो जायु लेकर तेरा नाम
ऐसी सुबह न आए न आए ऐसी शाम
जिस दिन जुबान पर मेरी आए न तेरा नाम......
साँई राम ... साँईं राम ...साँईं राम