शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Tuesday, 20 October 2015

दुःख भंजन है तेरा नाम साईं ||

ॐ सांई राम



दुःख भंजन है तेरा नाम साईं,
भगतों के दुःख काटना तेरे काम है साईं,
मुझ को बुला ले अपने शिर्डी धाम साईं,
मैं कहता रहूँ ॐ साईं, राम साईं,
दुःख भंजन है तेरा नाम साईं ||
यह सौँप दिया सारा जीवन,
सांई नाथ तुम्हारे चरणो मेँ।
अब जीत तुम्हारे चरणोँ मेँ,
अब हार तुम्हारे चरणोँ मेँ॥
मैँ जग मेँ रहूँ तो ऐसे रहूँ,
ज्योँ जल मेँ कमल का फूल रहे।
अब सौँप दिया सारा जीवन,
सांई नाथ तुम्हारे चरणो मेँ।



हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥
भव सागर से पार उतारो, आए शरण तिहारी।

हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥
चन्द्र ललाट भभुत रमाये, कटी पगाम्बेर धरे।
कर में  डमरू, गले भुजंगा, नंदी खड़ो द्वारे॥
हे गंगाधर, दर्श दिखदो, हे भोले भंडारी।

हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥
भव सागर से पार उतारो, आए शरण तिहारी।

हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥
जनम मरण के तुम हो स्वामी, हे शंकर अविनाशी।
कण कण मे है रूप तुम्हारा, हे भोले कैलाशी॥
चरण शरण मे आया जोगी, रखियो लाज हमारी।

हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥
भव सागर से पार उतारो, आए शरण तिहारी।
हे शिव शंकर, हे करुना कर सुनिए अरज हमारी॥