शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Sunday, 6 September 2015

तुम ही तो आओगे मेरे साँईं

ॐ सांई राम


मयंक आनन्द (15/05/1997 - 20/07/2015)
 

आओ साँईं आओ साँईं
प्रीत की रीत निबाओ साँईं
कहती है ये दुनिया मुजको
तेरा प्यार है इतना साचा
तो क्यूँ नहीं आते मेरे साँईं
मै जानु तुम साथ हो मेरे
सबको तुम दिखला दो ये साँईं
तेरे आगे ही सर ये झुका था
दुनिया ने भी अब झुका दिया है
वो समझे मै पागल हु
मुझको दर्द न होता होगा
वो न जाने इससे ज्यादा
दर्द तो तुमको साँईं होता होगा
है भरोसा मुझको तुम पे
जो सर दुनिया ने है झुकाया
उसको ऊंचा करने के लिए भी

तुम ही तो आओगे मेरे साँईं