शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Friday, 14 August 2015

मेरे साँई के उजाले

ॐ साँई राम



साँई  के उजालो,
मेरे साँई के उजालो .
आँखों में सिमट आओ
अंधेरो को निकालो ..

महफ़िल में तेरी आये
तो हम एक हुए हैं .
रस्ते पे तेरे चल के
सभी नेक हुए हैं .
हर पग पे सम्भाला है
तो आगे भी संभालो ..
साँई के उजालो .............

बरसों से तुम्हें दिल
की नज़र से ढूंढ़ रही है .
जिस घर में छिपे हो
वो ही घर ढूंढ़ रही है .
परदों से निकलकर
मुझे आँचल में छिपालो ..
साँई के उजालो .............

दुनिया का अजब हाल
है इंसान के हाथों .
ऐसा तो न  होगा कभी
शैतान के हाथों .
अब चाहो तो आकाश पे
धरती को उठालो ..
साँई के उजालो .............


साँई के उजाले
मेरे साँई के उजाले