जब जब मैंने तुम्हें पुकारा तुम साँईं दौड़े दौड़े आये आज जरूरत फिर आन पड़ी है साँईं जी होना आप सहाये
नईया मेरी बीच भंवर में कही रह ना जाए अकेली अपनी कृपा बालक पर रखना ज्यूँ माँ बन जाती है सहेली