शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Monday, 25 May 2015

साँईं नाम का सहारा हैं

जपते जपते नाम साँईं का
भव सागर के किनारे मैं आया
मेरी जीवन नैया पार लगाने
खुद दौड़ा दौड़ा साँईं आया

साँईं नाम का सहारा ले कर मैंने
अपनी नैया सागर में आज उतारी है
गोते ना खाये लहरों के थपेड़ों में कहीं
बाबा साँईं आन संभालो अब आपकी बारी है