शिर्डी के साँई बाबा ग्रुप (रजि.)

Saturday, 2 May 2015

शिर्डी वाले साईं बाबा

ॐ सांई राम





ज़माने ने कहा टूटी हुई तस्वीर बनती है
तेरे दरबार मैं 
बिगड़ी हुई तकदीर बनती है
तारीफ़ तेरी निकली है दिल से
आयी है लब पे बन के क़व्वाली 

शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली


लब पे दुआएं आखों में आंसूं
दिल 
में उमीदें पर झोली खाली


शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली

शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली

ओ मेरे साईं देवा तेरे सब नाम लेवा
जुदा इंसान सारे सभी, तुझको हैं प्यारे
सुने फ़रियाद सबकी, तुझे है याद सबकी
बड़ा या कोई छोटा, नहीं मायूस लौटा
अमीरों का सहारा, गरीबों का गुज़ारा
तेरी रहमत का किस्सा बयां हम सब करे क्या
दो दिन की दुनिया, दुनिया है गुलशन
सब फूल कांटे, तू सब का माली

शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली

खुदा की शान तुझमे
दिखे भगवान् तुझमे

तुझे सब मानते हैं
तेरा घर जानते हैं
चले आते हैं दौड़े
जो खुश किस्मत हैं थोड़े
यह हर राही की मंजिल
यह हर कश्ती का साहिल
जिसे सब ने निकला
उसे तूने संभाला

तू बिछड़ों को मिलाये
बुझे दीपक जलाये

यह गम की रातें, रातें यह काली
इनको बनादे ईद और दिवाली


शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली

लब पे दुआएं आखों में आंसूं
दिल में उमीदें पर झोली खाली
शिर्डी वाले साईं बाबा 
आया है तेरे दर पे सवाली